NRI News :- यूपी बोर्ड की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट 2023 की परीक्षाएं 16 फरवरी से होंगी शुरू

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NRI News :- यूपी बोर्ड के 10वीं-12वीं के एग्जाम 16 फरवरी से 4 मार्च तक होंगे। प्रदेश में एग्जाम के लिए 8752 सेंटर बनाए गए हैं। हाईस्कूल में 31.16 लाख और इंटर में 27.50 लाख परीक्षार्थी रजिस्टर्ड हैं। बोर्ड ने सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। बोर्ड ने देर रात परीक्षा का टाइम-टेबल भी जारी कर दिया। इस बार रिकॉर्ड समय में परीक्षाएं कराई जाएगी। हाईस्कूल की परीक्षा 3 मार्च और इंटर की 4 मार्च तक चलेगी। यानी 13 कार्य दिवस पर हाईस्कूल और 14 कार्यदिवसों पर इंटर की परीक्षाएं होंगी।

परीक्षाएं दो शिफ्ट में होंगी। पहली, सुबह 8 से 11.15 बजे तक और दूसरी दोपहर 2 से 5.15 बजे तक होगी। 8 मार्च को होली पर्व है। यानी, होली से पहले ही यूपी बोर्ड के एग्जाम खत्म हो जाएंगे। वहीं, सीबीएसई की 10वीं और 12वीं की परीक्षा 15 फरवरी से प्रस्तावित है।

सोमवार को माध्यमिक शिक्षा राज्य मंत्री गुलाब देवी ने बताया, ''यूपी बोर्ड की 2023 की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षाएं 16 फरवरी से 4 मार्च तक होंगी। परीक्षाओं को नकलविहीन बनाने की तैयारियां की गई हैं। परीक्षाओं के समय नियमित रूप से मॉनिटरिंग की जाएगी।''

दो फेज में होंगे प्रैक्टिकल एग्जाम
यूपी बोर्ड ने कक्षा 10वीं 12वीं के लिए प्री-बोर्ड परीक्षा की डेट पहले ही जारी कर दी है। प्री-बोर्ड एग्जाम 16 से 20 जनवरी के बीच होंगे। प्रेक्टिकल एग्जाम दो फेज में आयोजित किए जाएंगे। पहले फेज 12वीं के प्रैक्टिकल 21 जनवरी से 28 जनवरी के बीच आगरा, सहारनपुर, बरेली, लखनऊ, झांसी, चित्रकूट, फैजाबाद, आजमगढ़, देवीपाटन और बस्ती में आयोजित किए जाएंगे। वहीं, दूसरा फेज 29 जनवरी से 5 फरवरी तक अलीगढ़, मेरठ, मुरादाबाद, कानपुर, प्रयागराज, मिर्जापुर, वाराणसी और गोरखपुर में आयोजित होंगे

CCTV से निगरानी, कॉपियों के हर पेज पर बारकोड
नकल रोकने के लिए एग्जाम सेंटर्स पर सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जाएगी। इसके अलावा, बोर्ड इस बार परीक्षाओं में बारकोड सिस्टम लागू करने जा रहा है। पहली बार कॉपियों के हर पेज पर बारकोड की व्यवस्था लागू होगी। प्रदेश की परीक्षाओं में करीब 3.5 करोड़ कॉपियां इस्तेमाल होगी। नकल से बचने के लिए बोर्ड ने यह कदम उठाया है। वहीं, परीक्षा के बाद कॉपियों की रैंडम चेकिंग भी की जाएगी।

  • बोर्ड परीक्षाओं के प्रश्न-पत्र जीपीसी लैस गाड़ियों से सेंटर को भेजे जाएंगे। जिससे की पेपर लीक की घटनाओं को रोका जा सके। रूट मैप और एग्जाम सेंटर्स पर पेपर पहुंचने की टाइमिंग भी तय होगी। गाड़ी रुकने पर कंट्रोल रूम को सूचना दी जाएगी।
  • जहां पेपर रखे जाएंगे, वहां आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस से लैस कैमरे लगाए जाएंगे। ऐसे में वहां किसी भी तरह की हलचल होने पर सूचना तुरंत सक्षम अधिकारियों तक पहुंच जाएगी।

इस बार 6 लाख स्टूडेंट्स ज्यादा रजिस्टर्ड
हाईस्कूल में 31,16,485 (16,98,023 छात्र, 14,18,462 छात्राएं) और इंटर में 27, 50, 913 (15,31,571 छात्र, 1219342 छात्राएं) परीक्षा के लिए रजिस्टर्ड हैं। पिछले साल की तुलना में इस बार करीब 6 लाख स्टूडेंट्स अधिक हैं। ऐसे में केंद्रों की संख्या भी पिछले साल की तुलना में 373 बढ़ गई है। बोर्ड अधिकारियों ने बताया कि परीक्षा केंद्रों पर कुल 1760 आपत्तियां आई थीं, इसमें से 147 आपत्तियां केंद्रों की दूरी से संबंधित थीं। इसी पर विचार किया गया है। शेष आपत्तियां विचार योग्य नहीं थीं।

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