NRI News :-बिहार के हाजीपुर शहर के इंडस्ट्रियल एरिया स्थित राज फ्रेश दूध की फैक्ट्री में अमोनिया गैस का चैंबर फट गया। इसमें एक कर्मचारी दीनानाथ सिंह (पटना के मनेर निवासी) की मौत हो गई। वहीं 40 कर्मचारियों को सांस लेने में परेशानी होने लगी। इनमें से कई बेहोश हो गए। इसके बाद प्रशासन ने फौरन 15 एंबुलेंस को फैक्ट्री में भेजा। सभी को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। इनका इलाज जारी है।
प्रशासन ने 3 KM का एरिया खाली करवाया
दरअसल, शनिवार देर रात फैक्ट्री के दूध पाश्चुराइजेशन यूनिट में काम चल रहा था। इसी दौरान अचानक अमोनिया गैस का चैंबर फट गया। गैस रिसाव के कारण फैक्ट्री में काम कर रहे लोगों के बीच अफरातफरी मच गई। सभी मजदूरी इधर-उधर भागने लगे। घटना की सूचना स्थानीय थाना की पुलिस को दी गई। घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस एवं जिले के वरीय अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे। कई दमकल की गाडियां भी मौके पर पहुंची। प्रशासन द्वारा 3 किमी के एरिया को खाली करवा दिया गया। फैक्ट्री के आसपास गैस की दुर्गंध फैल गई। इस कारण राज दूध प्लांट के बगल में स्थित फ्रीडम पाइम फैक्ट्री के पांच मजूदर भी इसकी चपेट में आ गए। पांचों को सदर अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।
दरअसल, शनिवार देर रात फैक्ट्री के दूध पाश्चुराइजेशन यूनिट में काम चल रहा था। इसी दौरान अचानक अमोनिया गैस का चैंबर फट गया। गैस रिसाव के कारण फैक्ट्री में काम कर रहे लोगों के बीच अफरातफरी मच गई। सभी मजदूरी इधर-उधर भागने लगे। घटना की सूचना स्थानीय थाना की पुलिस को दी गई। घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस एवं जिले के वरीय अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे। कई दमकल की गाडियां भी मौके पर पहुंची। प्रशासन द्वारा 3 किमी के एरिया को खाली करवा दिया गया। फैक्ट्री के आसपास गैस की दुर्गंध फैल गई। इस कारण राज दूध प्लांट के बगल में स्थित फ्रीडम पाइम फैक्ट्री के पांच मजूदर भी इसकी चपेट में आ गए। पांचों को सदर अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।
दमघोंटू माहौल में राहत-बचाव करना मुश्किल
इधर, राहत और बचाव कार्य में जुटे कर्मियों का भी दमघोंटू माहौल में काम करना मुश्किल हो रहा था। पुलिस टीम और दमकमकर्मियों ने किसी तरह फैक्ट्री में काम कर रहे लोगों को बाहर निकाला। इसके बाद अस्पताल में भर्ती करवाया। टीम ने देर रात तक पानी की बौछार से गैस की रिसाव की तीव्रता पर काफी हद तक काबू पा लिया। आसपास के लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
अचानक होने लगे बेहोश
मजदूरों का कहना है कि काम करने के दौरान फैक्ट्री में अमोनिया गैस रिसाव होने लगा। अमोनिया गैस रिसाव से लगभग दर्जन भर मजदूर बेहोश हो गए। मौके पर अफरातफरी का माहौल हो गया। सभी मजदूरी इधर-उधर भागने लगे। स्थानीय लोगों ने सभी को इलाज के लिए सदर अस्पताल में पहुंचाया। घटना की सूचना मिलते ही डीएम यश पाल मीणा, एसपी रविरंजन कुमार,एडीएम विनोद कुमार एसडीओ अरूण कुमार,एसडीपीओ ओमप्रकाश, औधोगिक क्षेत्र थाना अध्यक्ष मुकेश कुमार पुष्पेन्द्र समेत भारी संख्या में पुलिस बल मौके पर पहुंचे।
इधर, राहत और बचाव कार्य में जुटे कर्मियों का भी दमघोंटू माहौल में काम करना मुश्किल हो रहा था। पुलिस टीम और दमकमकर्मियों ने किसी तरह फैक्ट्री में काम कर रहे लोगों को बाहर निकाला। इसके बाद अस्पताल में भर्ती करवाया। टीम ने देर रात तक पानी की बौछार से गैस की रिसाव की तीव्रता पर काफी हद तक काबू पा लिया। आसपास के लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
अचानक होने लगे बेहोश
मजदूरों का कहना है कि काम करने के दौरान फैक्ट्री में अमोनिया गैस रिसाव होने लगा। अमोनिया गैस रिसाव से लगभग दर्जन भर मजदूर बेहोश हो गए। मौके पर अफरातफरी का माहौल हो गया। सभी मजदूरी इधर-उधर भागने लगे। स्थानीय लोगों ने सभी को इलाज के लिए सदर अस्पताल में पहुंचाया। घटना की सूचना मिलते ही डीएम यश पाल मीणा, एसपी रविरंजन कुमार,एडीएम विनोद कुमार एसडीओ अरूण कुमार,एसडीपीओ ओमप्रकाश, औधोगिक क्षेत्र थाना अध्यक्ष मुकेश कुमार पुष्पेन्द्र समेत भारी संख्या में पुलिस बल मौके पर पहुंचे।