NRI News :- भरतपुर कुलदीप हत्याकांड में अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर कुलदीप के परिजनों ने MSJ कॉलेज के सामने बजाज मैरिज होम से एसपी ऑफिस तक रैली निकाली। कुलदीप के परिजनों ने एसपी मृदुल कच्छावा से मिलकर सभी आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग रखी। इसके अलावा कुलदीप की बहन ने एसपी को ज्ञापन देते हुए बताया कि उसके पिता कुंवरजीत और विजयपाल को जयपुर से जेल से भरतपुर की सेवर जेल भेजा जाए। जयपुर जेल में दोनों की जान को खतरा है। इसके अलावा आरोपी पंकज के पिता कांस्टेबल रविंद्र को गिरफ्तार किया जाए।
बीजेपी नेता कृपाल हत्याकांड के मुख्य आरोपी कुलदीप और उसके साथी विजयपाल को 12 जुलाई को जयपुर से भरतपुर पेशी पर लाया जा रहा था। इस दौरान आमोली टोल प्लाजा पर कुछ बदमाशों ने बस को घेर कर चारों तरफ से गोलियां चलाते हुए कुलदीप की हत्या कर दी। पुलिस ने महज तीन घंटे के अंदर ही चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। दूसरे दिन पुलिस ने दो और आरोपियों को आगरा से गिरफ्तार कर लिया।
सीसीटीवी के आधार पर सभी आरोपियों को पहचान कर ली गई। सभी आरोपी कृपाल के रिश्तेदार, भतीजे और दोस्त हैं। कुलदीप के परिजनों की तरफ से दिए गए ज्ञापन में बताया गया है कि कुलदीप के हत्यारे लगातार पूरे परिवार को जान से मारने की धमकी दे रहे हैं। कांस्टेबल रविंद्र सिंहकृपाल का भाई है। रविंद्र और पुष्कर खेड़ली मोड़ चौकी पर साथ-साथ रहे हैं।
कांस्टेबल पुष्कर और दोनों लड़के अमनदीप और कुलदीप को रवींद्र ने दो आईफोन मोबाइल गिफ्ट किए थे। वह मोबाइल में आईफोन फेस टाइम एप्लिकेशन यूज करते थे, जिससे उनकी लोकेशन का पता नहीं लगाया जा सके। ये दोनों लड़के कुलदीप की हत्या में शामिल हैं। रवींद्र और पुष्कर ने दोनों ने पुलिस महकमे का नाजायज फायदा उठाया है। रवींद्र का नाम FIR में होने के बाद उसे गिरफ्तार नहीं किया गया, बल्कि उसे लाइन भेज दिया गया। पुष्कर के दोनों बेटे कुलदीप की हत्या के मामले में गिरफ्त में हैं उसके बाद भी पुष्कर ड्यूटी कर रहा है। पुलिस ने मुख्य आरोपियों की जगह हत्याकांड में शामिल साजिशकर्ताओं को गिरफ्तार किया है, जबकि मुख्य आरोपी खुलेआम घूम रहे हैं। पंकज, रोबिन, देवेंद्र, लौकी, आदित्य शेरा पहलवान, अरुण फौजी, कृष्णा हथैनी, ये आरोपी घटना में शामिल हैं। घटना के 5 दिन बाद भी आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है।
कांस्टेबल पुष्कर और दोनों लड़के अमनदीप और कुलदीप को रवींद्र ने दो आईफोन मोबाइल गिफ्ट किए थे। वह मोबाइल में आईफोन फेस टाइम एप्लिकेशन यूज करते थे, जिससे उनकी लोकेशन का पता नहीं लगाया जा सके। ये दोनों लड़के कुलदीप की हत्या में शामिल हैं। रवींद्र और पुष्कर ने दोनों ने पुलिस महकमे का नाजायज फायदा उठाया है। रवींद्र का नाम FIR में होने के बाद उसे गिरफ्तार नहीं किया गया, बल्कि उसे लाइन भेज दिया गया। पुष्कर के दोनों बेटे कुलदीप की हत्या के मामले में गिरफ्त में हैं उसके बाद भी पुष्कर ड्यूटी कर रहा है। पुलिस ने मुख्य आरोपियों की जगह हत्याकांड में शामिल साजिशकर्ताओं को गिरफ्तार किया है, जबकि मुख्य आरोपी खुलेआम घूम रहे हैं। पंकज, रोबिन, देवेंद्र, लौकी, आदित्य शेरा पहलवान, अरुण फौजी, कृष्णा हथैनी, ये आरोपी घटना में शामिल हैं। घटना के 5 दिन बाद भी आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है।